मंगलवार, अगस्त 21, 2007 महाशक्ति मनाऐगा महार्षि अरविन्द का जन्मोत्सव
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के साथ-साथ महर्षि अरविन्द जी की जायंती भी थी। मुझे भी याद नही था पर कही पढ़ा तो दुख भी हुआ। किन्तु अब महाशक्ति उनका जन्म दिवस तो नही मना सकी पर अब जन्म माह मनने की तैयारी है। इसके लिये महाशक्ति पर महर्षि अरविन्द से सम्बन्धित लेख और उनके कथन प्रकाशित किये जायेगें। यह कोई बहुत बड़ा काम तो नही होगा किन्तु निश्चित रूप से एक सच्ची श्रद्धाजंली देने की कोशिस होगी ताकि आज की युवा पीढ़ी उनके विचारों से सीख ले सके।
द्वारा प्रकाशित mahashakti at 8:41 अपराह्न
3 comments:
Udan Tashtari ने कहा… शुभ कार्य. शुभकामनायें.
21 अगस्त, 2007 23:34
Shastri JC Philip ने कहा… इंतजार रहेगामहाशक्ति,उन लेखों का इसभारतीय मनीषी पर.महान बनेगा भारत तभी,जब पहचानेंगे हमहिन्दुस्तानी समाज केअसली नायकों को.ईश्वर करे कि कभी न थकेमहाशकति की कलम,इन देवतुल्य नायकोंके बारे में लिखते समय !हे प्रभु,प्रदान करना इनको"महाशकक्ति" इस "महाकार्य" के लिये-- शास्त्री जे सी फिलिपहिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है http://www.Sarathi.info
22 अगस्त, 2007 00:01
अनुनाद सिंह ने कहा… अति उत्तम विचार है।अरबिन्दो के मुख्य विचारों (quotes) का हिन्दीकरण करके अन्तरजाल पर कहीं रख सकें तो उत्तम होगा।
22 अगस्त, 2007 10:58
एक टिप्पणी भेजें नई पोस्ट पुरानी पोस्ट मुखपृष्ठ सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom) महाशक्ति जो हमसे टकरायेगा चूर-चूर हो जायेगा
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के साथ-साथ महर्षि अरविन्द जी की जायंती भी थी। मुझे भी याद नही था पर कही पढ़ा तो दुख भी हुआ। किन्तु अब महाशक्ति उनका जन्म दिवस तो नही मना सकी पर अब जन्म माह मनने की तैयारी है। इसके लिये महाशक्ति पर महर्षि अरविन्द से सम्बन्धित लेख और उनके कथन प्रकाशित किये जायेगें। यह कोई बहुत बड़ा काम तो नही होगा किन्तु निश्चित रूप से एक सच्ची श्रद्धाजंली देने की कोशिस होगी ताकि आज की युवा पीढ़ी उनके विचारों से सीख ले सके।
द्वारा प्रकाशित mahashakti at 8:41 अपराह्न
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Udan Tashtari ने कहा… शुभ कार्य. शुभकामनायें.
21 अगस्त, 2007 23:34
Shastri JC Philip ने कहा… इंतजार रहेगामहाशक्ति,उन लेखों का इसभारतीय मनीषी पर.महान बनेगा भारत तभी,जब पहचानेंगे हमहिन्दुस्तानी समाज केअसली नायकों को.ईश्वर करे कि कभी न थकेमहाशकति की कलम,इन देवतुल्य नायकोंके बारे में लिखते समय !हे प्रभु,प्रदान करना इनको"महाशकक्ति" इस "महाकार्य" के लिये-- शास्त्री जे सी फिलिपहिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है http://www.Sarathi.info
22 अगस्त, 2007 00:01
अनुनाद सिंह ने कहा… अति उत्तम विचार है।अरबिन्दो के मुख्य विचारों (quotes) का हिन्दीकरण करके अन्तरजाल पर कहीं रख सकें तो उत्तम होगा।
22 अगस्त, 2007 10:58
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आपने मेरी पोस्ट को आपने ब्लाग पर स्थान दिया इसके लिये धन्यवाद
ReplyDeleteआपने मेरी पोस्ट को आपने ब्लाग पर स्थान दिया इसके लिये धन्यवाद
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